पटना साहिब सीट से भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का पत्ता कटना तय माना जा रहा है। बीते दिनों उन्होंने भी सांकेतिक भाषा में यह बता दिया था कि वे 22 मार्च को अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान करेंगे। ऐसे में पटना साहिब सीट से कई लोगों की दावेदारी सामने आ रही है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इन दावेदारों में जो दो प्रमुख नाम चर्चा में हैं, इनमें भाजपा के राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद और पार्टी के कद्दावर नेता आरके सिन्हा के पुत्र ऋतुराज शामिल हैं।
पटना साहिब भाजपा का परंपरागत गढ़ माना जाता है। यहां किसी भी नेता को भाजपा से टिकट मिल जाए तो उसकी आधी जीत पक्की मानी जाती है। सियासी और जातिगत समीकरण भी भाजपा के पक्ष में ही हमेशा रहे हैं। रविशंकर प्रसाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य हैं। वे पीएम मोदी और अमित शाह दोनों के ही करीबी माने जाते हैं। साथ ही वे पटना साहिब में सबसे अधिक आबादी कायस्थ जाति (इसी जाति से शत्रुघ्न सिन्हा हैं) का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। ऐसे में भाजपा उनके नाम पर दांव खेल सकती है।
हालांकि ऋतुराज सिन्हा की भी दमदार दावेदारी है। एक तो वह भाजपा के कद्दावर नेता आरके सिन्हा के पुत्र हैं। दूसरे वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ कोर टीम में भी हैं। भाजपा अध्यक्ष ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी है।
ऋतुराज सिन्हा को अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए वित्तमंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति में ऋतुराज सिन्हा को भी शामिल किया है। इस महत्वपूर्ण समिति में रेल मंत्री पीयूष गोयल, मंत्री डॉ. महेश शर्मा, राज्यवर्धन राठौर, अनिल जैन, सतीश उपाध्याय, राजीव चंद्रशेखर को भी शामिल किया गया है। ऋतुराज सिन्हा भाजपा की इस राष्ट्रीय समिति में शामिल बिहार से अकेले सदस्य हैं। जाहिर है उन्हें भाजपा ने युवा चेहरे के तौर पर आगे लाने के मन बनाया है।